Wednesday, January 22, 2020

मंगल दोष के प्रभाव एवं निवारण



कुंडली में कई प्रकार के दोष बताए जाते हैं, इन्हीं दोषों में से एक है मांगलिक दोष। यह दोष जिस व्यक्ति की कुंडली में होता है वह मांगलिक कहलाता है। मांगलिक लोगों पर मंगल ग्रह का विशेष प्रभाव होता है। ज्योतिष के अनुसार मंगल दोष वैवाहिक सुख के लिए हानिकारक माना जाता है।

मंगल दोष क्या होता है?


जब किसी व्यक्ति की जन्म कुंडली के 1, 4, 7, 8, 12वें स्थान या भाव में मंगल स्थित हो तो वह व्यक्ति मांगलिक कहलाता है। कहा जाता है कि मांगलिक दोष दूर किए बिना विवाह किए जाने पर अलगाव या तलाक हो जाता है। इसके अलावा अन्य समस्याएं भी पैदा हो सकती हैं।

कई लोगों को अपने मांगलिक होने के बारे में पता भी नहीं होता जिसके कारण उनको जीवन में अनेक कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है। भविष्य में आने वाली समस्याओ से बचने के लिए मंगल दोष की जाँच किसी अच्छे विशेषज्ञ से करा लेनी चाहिए व मांगलिक की शादी मांगलिक से ही करनी चाहिए।

मंगल दोष के प्रभाव
  • विवाह में देरी होना।
  • विवाह तय होने के बाद टूट जाना या विवाह में किसी प्रकार का विघ्‍न आना।
  • शादी के बाद पति-पत्नी में तनाव की स्थिति बनी रहेगी।
  • वैवाहिक जीवन में काफी परेशानियां रहेंगी।
  • मांगलिक दोष के प्रभाव से व्यक्ति क्रोधी और अहंकारी बन जाता है।
मंगल दोष निवारण के उपाय
  • सबसे सरल उपाय है हनुमान चालीसा का नियमित पाठ करना।
  • उपवास - मंगलवार को उपवास रखना भी मंगल दोष को दूर करने का उपाय माना जाता है।
  • महामृत्युंजय का पाठ करें।
  • अंगूठी - दाएं हाथ की उंगली में लाल मूंगा के साथ सोने की अंगूठी पहनने से दोष कम होता है।
  • अश्वत्थ विवाह (पीपल पेड़ से विवाह) - अश्वत्थ विवाह अर्थात पीपल या बरगद के वृक्ष से विवाह कराकर, विवाह के पश्चात उस वृक्ष को कटवा दे।
  • कुंभ विवाह - कन्या के मंगल दोष होने पर उसका विवाह भगवान विष्णु के साथ कराया जाता है। इस कुंभ या कलश में विष्णु स्थापित होते हैं।
  • मंदिरों में पूजा करना - नवग्रह मंदिरों में पूजा करने से भी मंगल दोष कम होता है। देश में ऐसे बहुत कम मंदिर हैं जो मंगल देव के नाम पर हैं। उज्जैन में सिथत मंगलनाथ मंदिर ऐसा ही एक लोकप्रिय मंदिर है। इस मंदिर में मंगल दोष निवारण पूजा करवाना मंगल दोष को दूर करने के लिए प्रभावी माना जाता है।

पुराणों में उज्जैन नगरी को मंगल की जननी कहा गया है। उज्जैन में सिथत मंगलनाथ का मंदिर का विशेष महत्व है। पूरे भारत से लोग यहां आकर मंगल देव की अराधना करते हैं। जिसकी कुंडली में मंगल दोष हो, वह अगर मंगलनाथ मंदिर में पूजा करवाए तो मंगल दोष से शीघ्र ही छुटकारा मिल जाता है। इस पूजा से मंगल ग्रह को प्रसन्न किया जाता है तथा उसके विनाशकारी प्रभावों को नियंत्रित किया जाता है।

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